ब्यूरो रिपोर्ट कोटद्वार:

विगत कई दिनों तक लम्पी बीमारी के प्रभाव से बचाव हेतु प्रतिरोधी टीकाकरण अभियान हेतु ग्राम पंचायत काण्डा के दूरस्थ गांव तैड़िया में विभाग को लेकर वार्ताओं के दौर में काफी समय बाद पशुपालन विभाग हरकत में आया और वैक्सीनेटर डबलसिंह गुसाईं को भेजा गया। गौरतलब है कि विगत सप्ताह काण्डा ग्राम पंचायत के समस्त पशुपालकों को आश्वस्त किया गया लेकिन तैड़िया में इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था,पुनः क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया रिखणीखाल बिनीता ध्यानी द्वारा डॉ.प्रेम कुमार, निदेशक पशुपालन विभाग उत्तराखंड को दूरभाष पर बताया जिस पर हरकत में आकर वैक्सीनेटर को भेजा गया,जबकि किसी भी दिवस पर किसी पशुचिकित्साधिकारी का फील्ड में न होना क्षेत्र का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है। और यह सामान्यतः प्रचलन भी हो गया है कि जब तक उच्चाधिकारियों को नहीं कहा जाता तब तक निम्न स्तर पर कोई भी कर्मचारी काम करने को राजी नहीं होता। जबकि निदेशक के आदेश पर जहां पूरा जनपदीय टीम भी हरकत में आ सकती थी तो विकास खण्ड का सम्पूर्ण विभाग का तैड़िया पहुंचना सामान्य बात होती? इससे विभाग व शासन की ढिलमुल नीतियों का ही प्रभाव दृष्टिगोचर होता है। बहरहाल वैक्सीनेटर को काण्डा नाला बस अड्डे पर एक आदमी पांच किलोमीटर दूर से लेने आया और फिर वापस भेजने भी.। वैक्सीनेटर द्वारा छब्बीस पशुओं को वैक्सीन लगाई गई वहीं दवाइयां भी प्रदान की गई। वैक्सीनेटर के साथ ग्रामीण पशुपालकों में बीरेंद्र प्रसाद, सुनीता देवी, शक्तिधर प्रसाद,कमला देवी, मोहनलाल,चन्दा देवी, धनेश्वरी देवी,काशम्बरी देवी,दिक्का देवी आदि ने सहयोग किया।

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