ब्यूरो रिपोर्ट कोटद्वार:
पौड़ी जिले के जयहरीखाल स्थित भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल ने “आजादी के अमृत महोत्सव” 15 अगस्त 2022 को 75 वे स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ को बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाया जिसमें एनसीसी ,रोवर्स रेंजर्स, एनएसएस, बी एड के छात्र छात्राओं के साथ ही सभी संकाय के छात्र छात्राओं के द्वारा प्रतिभाग कर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई,कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.उमेश ध्यानी द्वारा किया गया ,स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर डा० एस oपी मधवाल द्वारा ध्वजारोहण एवं राष्ट्रीय गान जन गण मन के साथ किया गया और एनसीसी कैडेटों के द्वारा परेड मार्च कर तिरंगे को सलामी दी गई और महाविद्यालय में स्थापित वीर अमर शहीद सैनिकों को “वॉल ऑफ हीरोज” पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बलिदान को याद किया गया उसके उपरांत प्राचार्य द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में उपस्थित सभी छात्र छात्राओं, प्राध्यापक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 15 अगस्त वर्ष 1947 को भारत के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। इसी दिन देश के आजाद होने पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहराया था। तभी से प्रत्येक वर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते है, राष्ट्रगान गाते है और सभी शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को 21 तोपों से श्रद्धांजलि दी जाती है। देश के प्रधानमंत्री हर साल देशवासियों को अपने भाषण के द्वारा सम्बोधित करते है और सेना द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करते है। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी भारतवासियों के मन में देशभक्ति की भावना के साथ-साथ पूर्ण जोश रहता है। आजादी के बाद भारत देश अब तक बहुत उन्नति कर चुका है।
एनसीसी प्रभारी डॉ पंकज कुमार के द्वारा उपस्थित सभी छात्र छात्राओं और एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा गया कि15 अगस्त भारत देश के गर्व और सौभाग्य का दिवस है। यह पर्व हमारे हृदय में नवीन स्फूर्ति, नवीन आशा, उत्साह तथा देश-भक्ति का संचार करता है। स्वतंत्रता दिवस हमे इस बात की याद दिलाता है कि हमने कितनी कुर्बानियाँ देकर यह आजादी प्राप्त की है, जिसकी रक्षा हमे हर कीमत पर करनी है।
बीoएड संकाय के विभागाध्यक्ष डॉoआर oके oसिंह के द्वारा स्वतंत्रता दिवस के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि15 अगस्त 1947 को यूनाइटेड किंगडम से देश की स्वतंत्रता के उपलक्ष्य में भारत में हर साल 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाते हैं। यह वह दिन है जब भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के प्रावधान लागू हुए थे। इसने विधायी संप्रभुता को भारत की संविधान सभा में स्थानांतरित कर दिया। स्वतंत्रता भारत के विभाजन के साथ हुई, जिसमें ब्रिटिश भारत को धार्मिक आधार पर भारत और पाकिस्तान के प्रभुत्व में विभाजित किया गया था।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ कमल कुमार, एनसीसी प्रभारी डॉ पंकज कुमार, रोवर्स रेंजर्स प्रभारी डॉ विनीता एवं डाo अभिषेक कुकरेती, एनएसएस प्रभारी डॉ डीसी मिश्रा एवं डॉ गुंजन आर्य, डॉ अर्चना नौटियाल, डॉ डीoसी बेबनी , डॉ मोहम्मद शहजाद, डॉ शिप्रा ,डॉ वंदना ध्यानी ,डॉ पवनीका चंदोला, डॉ संजय मदान, डॉ आरoके द्विवेदी ,डॉ वरुण कुमार ,डॉ वीoके सैनी ,डॉ अजय रावत ,डॉ शुभम काला ,डॉ प्रीति रावत ,डॉ श्रद्धा भारती, डॉ कीर्तिका क्षेत्री, डॉ उमेश ध्यानी,डॉ भगवती प्रसाद पंत, डॉ नीना शर्मा ,डॉ नेहा शर्मा , डॉ शेफाली, डॉ प्रदीप , डॉ रेखा यादव, विमल कुमार ,प्रकाश अस्वाल एवं सभी शिक्षणेत्तर अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।