ब्यूरो रिपोर्ट पौड़ी:
पौड़ी जनपद में आपदा प्रबंधन के अंतर्गत भूकम्प आधारित थीम पर मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास) का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद की आइआरएस (इंसीडेंट रिस्पोंस सिस्टम) से जुड़े हुए सभी अधिकारियों व कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन किया गया
भूकंप आधारित थीम पर आयोजित किये गये मॉक ड्रिल में जनपद में दो स्थानों पर ननकोट तथा पौड़ी बस अड्डा को घटना स्थल के तौर पर चिन्हित किया गया। जहां पर भूकंप के चलते ननकोट में दो भवन क्षतिग्रस्त हुए, जिसमें से एक में 05 लोग फँसे होने की सूचना प्राप्त हुई तथा दूसरा स्कूल भवन जो पहाड़ की उचांई पर स्थित था। वहां पर 05 से 06 विद्याार्थियों कें फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई,वहीं दूसरी ओर पौड़ी बस अड्डे में भूकंप से बस अड्डा क्षतिग्रस्त होने से वाहन के उपर मलवा व लकड़ी की सामाग्री गिरने से चार से पांच लोगों के फंसने की सूचना प्राप्त हुयी।उपरोक्त घटनाओं की सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे एवं वरिष्ट पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान सहित आइआरएस से जुड़े सभी अधिकारी व कार्मिक जनपद में स्थापित किये गये स्टेजिंग एरिया कंट्रोल रूम रांसी स्टेडियम में अपने-अपने संसाधनों से पहुँचे तथा जनपद आपदा कंट्रोल रूम, आपदा के संबंध में लगातार अपडेट देता रहा।स्टेजिंग एरिया से अलग-अलग राहत और बचाव टीमों को घटना स्थल की ओर संसाधनों सहित दिशा-निर्देश देते हुए रवाना किया गया। ननकोट में सभी लोगों को रेस्क्यू किया गया। पहले भवन में दबे 05 लोगों में 04 लोग सामान्य रूप से तथा 01 गंभीर रूप से घायल था। दूसरे भवन में स्कूली बच्चों को पहाड़ी के रास्ते एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और फायर पुलिस* द्वारा रस्सी के सहारे रेस्क्यू किया गया। सामान्य रूप से घायलों व गंभीर घायलों को *चिकित्सा प्रदान करने के लिए जिला अस्पताल पौड़ी भेजा* गया। दूसरी ओर पौड़ी बस अड्डे में *03 घायल हुए लोगों को रेस्क्यू* किया गया तथा एक मृतक व्यक्ति का *पुलिस द्वारा पंचनामा तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोस्टर्माटस* की कार्यवाही सम्पन्न की गई।दोनों घटना स्थलों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर पुलिस, स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग, पेयजल निगम, खाद्य सुरक्षा, नगर पालिका, विद्युत विभाग सहित समस्त विभागीय अधिकारी अपने-अपने संसाधनों के साथ घटना स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य में उपस्थित रहे।वरिष्ट पुलिस अधीक्षक यशवन्त सिंह चौहान ने मॉक ड्रिल को बेहतर बताते हुए कहा कि सभी विभागों का बेहतर समन्वय था। सभी समय पर अपने-अपने संसाधनों सहित घटना स्थल पर पहुंचे तथा काफी हद तक बेहतर ढंग से राहत एवं बचाव कार्यो को संपादित किया गया। साथ ही बताया कि *राहत एवं बचाव के दौरान घायलों में से किन लोगों को पहले चिकित्सा उपलब्ध* करानी है इसका *त्वरित निर्णय* लेना तथा घायल हुए लोगों की दशा के अनुसार इस तरह से उनकों कैरी किया जाए। जिससे उनको कोई दूसरी तरह का अधिक नुकसान होने पाए इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए।इस दौरान स्टेजिंग एरिया कमांडर अपर जिलाधिकारी ईला गिरी रांसी स्टेडियम में उपस्थित थी। अपर पुलिस अ अधीक्षक अनूप काला, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद सिंह चौहान, उपजिलाधिकारी सदर आकाश जोशी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार, सीओ सदर प्रेमलाल टम्टा, जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश काला, एडीपीआरओ नितिन नौटियाल सहित विभागीय अधिकारी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर कर्मी, पुलिस कर्मी व अन्य उपस्थित थे।

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