ब्यूरो रिपोर्ट रुद्रपुर-उधमसिंह नगर
शिक्षा,शिक्षण व शिक्षार्थियो तथा शिक्षको के व्यक्तित्व निर्माण को समर्पित स्वैच्छिक स्वयंसेवी शिक्षको का समूह उत्तराखण्ड राज्य शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम द्वारा ग्रीष्मावकाश में बच्चो के मनोरंजन एवं कौशलों के विकास के उद्देश्य से आयोजित तीन दिवसीय समर कैंप का समापन हो गया है। समर कैम्प मे राज्य भर से चयनित शिक्षकों द्वारा सुलेख,स्टोन पेंटिंग,कबाड़ से जुगाड़ द्वारा खिलोने, दीवार पत्रिका निर्माण, बाल अखबार, रीडिंग कैम्पैन, चित्रकला निर्माण,प्रार्थना सभा की गतिविधियां, बोतल पेंटिंग क्राफ्ट,कविता गायन आदि विभिन्न मनोरंजनात्मक, ज्ञानात्मक गतिविधियुक्त कार्यक्रम सिखाए गए,शैक्षिक नवाचारी संवाद जिला प्रभारी गायत्री पांडेय ने बताया कि प्रातःकालीन सत्र में बच्चो द्वारा प्रेषित विभिन्न गतिविधियों के वीडियोज का मूल्यांकन तथा सायंकालीन सत्र में कार्यशाला की गतिविधिया प्रशिक्षकों द्वारा कराई गयी। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ( इन0 सी0 ई0आर0 टी0) दिल्ली की प्रारम्भिक शिक्षा विभाग की प्रोफेसर संध्या संगई ने किया द्वितीय दिवस पर सीमेट के डा0 एम एम उनियाल ने टीम को प्रोत्साहित किया। तृतीय दिवस कैम्प का समापन सीमा जौनसारी निदेशक अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण देहरादून द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जानकारी दी तथा शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम द्वारा शिक्षा, शिक्षण व शिक्षार्थियो के हित मे किये जा रहे कार्यो की सराहना की,शैक्षिक नवाचारी संवाद उत्तराखंड के मार्गदर्शक लक्ष्मण सिंह मेहता ने टीम की ओर से अतिथियो का स्वागत किया एवं शैक्षिक समूह द्वारा सरकारी शिक्षा की बेहतरी के लिए किए जा रहे कार्यो को अधिकारियों के सम्मुख रखा। वर्चुअल समर कैंप के सफल संचालन में शंकर सिंह अधिकारी, सत्यम जोशी, मंजू बहुगुणा, , मोनिका रावत, विजय बडौला, दीपा आर्य, गायत्री पांडे, मीनू जोशी, मोनिका रावत , संगीता जोशी, जया, नीरलता, अरविंद सोलंकी, राजेन्द्र बधानी, नीरज पन्त, अशोक ओली,सुनील गौड़, नीलम बिष्ट , सरोजनी रावत, शगुफ्ता रहमान, अवनीश गंगवार, प्रीति चौहान, पुष्प जोशी, राजकुमार बोहरा आशा भट्ट, उषा त्रिवेदी, सुनीता बहुगुणा, कंचन उनियाल सहित कोर कमेटी के सभी सदस्य का पूरा सहयोग रहा।। प्रातःकालीन सत्र में लगभग राज्य के सभी जनपदो से 400 बच्चो एवं सायंकालीन सत्र में 340 शिक्षक/ शिक्षिकाओ ने प्रतिभाग किया।