व्यूरो रिपोर्ट:प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक स्कूलों में सेवारत मानदेय वंचित पीटीए शिक्षकों में सीएम के आश्वासन से मानदेय की परिधि में आने की उम्मीद जाग गई है। प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक स्कूलों में सेवारत मानदेय वंचित पीटीए शिक्षकों में सीएम के आश्वासन से मानदेय की परिधि में आने की उम्मीद जाग गई है। मानदेय वंचित पीटीए शिक्षक संघ ने लंबे समय से उन्हें मानदेय की परिधि में लाए जाने की मांग कर रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीटीए शिक्षकों को उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। सीएम ने कहा कि प्रदेश स्तर पर अशासकीय स्कूलों में सेवारत पीटीए शिक्षकों की समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा। प्रदेश के अशासकीय स्कूलों में पीटीए के माध्यम से बड़ी संख्या में शिक्षक तैनात किए गए हैं। जो पूर्ण योग्यता धारी एवं पदो के सापेक्ष कई वर्षों से लगातार कार्य कर रहे हैं,लेकिन इन शिक्षकों में अधिकतर मानदेय से वंचित हैं। मानदेय वंचित पीटीए शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील धस्माना ने बताया कि प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 450 पीटीए शिक्षक सेवारत हैं। जिनमें 150 मानदेय की परिधि में आ चुके हैं। जबकि लगभग 300 पीटीए शिक्षक अभी भी मानदेय की परिधि में नहीं आए हैं, जिससे इन शिक्षकों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। कहा शिक्षक संघ वर्षों से पीटीए शिक्षकों को मानदेय की परिधि में लाए जाने की मांग कर रहा है। कहा कि शिक्षक संघ की मांग पर शिक्षा विभाग ने पीटीए शिक्षकों को मानेदय की परिधि में लाए जाने के लिए आदेश जारी किया, लेकिन उसकी कट ऑफ डेट दिसंबर 2016 रखी गई। जबकि संघ लगातार कट ऑफ डेट जुलाई 2021 किए जाने की मांग करता रहा है। जिस हेतु शिक्षा सचिव द्वारा जुलाई 2021 तक मानदेय वंचित पीटीए शिक्षकों की आख्या भी मांगी जा चुकी है। परन्तु शिक्षा विभाग के अधिकारी मामले में लगातार हीलाहवाली दिखा रहे हैं। कहा कि सीएम ने पीटीए शिक्षको की समस्याओं के समाधान को लेकर जल्द सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जिससे शिक्षको में मानदेय की परिधि में आने की वर्षों पुरानी उम्मीद जाग गई है। इस अवसर पर संघ के प्रदेश महामंत्री पंकज कुकरेती, प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रशेखर, कोषाध्यक्ष गौरव सिंह प्रदेश आदि मौजूद रहे।