ब्यूरो रिपोर्ट कोटद्वार
बंजर हो रहे खेत खलिहानों व पहाड़ों को फिर से हरा भरा बनाने के लिए ग्रीन पल्स सोसाइटी एक अनूठा अभियान की शुरूवात करने जा रही है। 13 जुलाई से 15 अगस्त तक चलने वाले अभियान के तहत बंजर खेतों पर पहाड़ी इलाकों में बीज बॉल अभियान चलाया जाएगा। बीज बॉलों में फलदार, छायादार व औषधीय पौधों के बीजों का प्रयोग किया गया है। पौधारोपण की दिशा में इसे एक अनूठा एवं सरल प्रयोग माना जा सकता है। इस अभियान में पौधारोपण के लिए न तो गड्ढे खोदने है, और न ही पौधों का इंतजाम करना है। खाली जगहों व पहाड़ी क्षेत्रों में बीज बाल डालने है, बीज बाल जमीन पर गिरने के बाद पानी के संपर्क में आने पर अंकुरित हो जाएगा, जो एक दिन पेड के रूप में विकसित हो जाएगा। उक्त बात ग्रीन पल्स सोसाइटी से जुड़े विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने एक पत्रकार वार्ता में कही। ग्रीन पल्स सोसाइटी से जुड़े विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने तहसील सभागार में प्रेस वार्ता आयोजित की। जिसमें समृद्धि बंसल, सत्यम कुमार, प्राची गुसांई, ध्रुव शर्मा, अर्चिता काला, अनुज डबराल ने ग्रीन पल्स सोसाइटी की कार्ययोजना की जानकारी दी।
ग्रीन पल्स सोसाइटी से जुड़े बच्चों ने कहा कि बीज बॉल के प्रयोग से बंजर होते खेतों व पहाड़ को फिर से हरा भरा किया जा सकता है। कहा कि बीज बॉल विशेष विधि से तैयार किए जाते है, जिसमें मिट्टी, गोबर व गोमूत्र का इस्तेमाल किया जाता है। बीज बॉलों का इस्तेमाल उन क्षेत्रों में किया जाएगा, जहां पर लगातार वन कम हो रहे है। इन क्षेत्रों में सड़क से इन बीज बालों को हल्के से अलग दिशाओं में फेंका जाएगा। बीज बाल के जमीन के गिरने के बाद पानी के संपर्क में आने पर वह अंकुरित होकर पौधा बन जाता है, जो आगे चलकर वृक्ष का रूप धारण करेगा। कहा कि बीज बालों में छायादार, फलदार व औषधीय पौधों के बीजों का इस्तेमाल किया गया है। कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यो, ब्लाकों के अधिकारियों, होटल एसोसिएशन से जुड़े लोगों का भी सहयोग लिया जाएगा। इस मौके पर ग्रीन पल्स सोसाइटी के अध्यक्ष प्रमोद बंसल, उपाध्यक्ष परिणीता कंडवाल, सचिव प्रशांत कुकरेती, डा. मोहन कुकरेती, अरूण पांथरी, दिग्विजय सिंह, मोहित कंडवाल, जितेंद्र रावत, अनिकेत नौटियाल मौजूद रहे।